मसीह में
मेरे प्यारे भाइयों और बहनों, अब्राम की पत्नी सारै का कोई बच्चा नहीं था। जब अबराम ने परमेश्वर से कहा, "हे प्रभु देखो, तुमने मुझे कोई संतान नहीं दी है" परमेश्वर ने कहा –
उत्पत्ति 15: 5, 6 में
- और उसने उसको बाहर ले जाके कहा, आकाश की ओर दृष्टि करके तारागण को गिन, क्या तू उन
को गिन सकता है? फिर उसने उससे कहा, तेरा वंश ऐसा ही होगा।
उसने यहोवा पर विश्वास
किया; और यहोवा ने इस बात को उसके लेखे में धर्म गिना।
उसने कहा, हे प्रभु यहोवा
मैं कैसे जानूं कि मैं इसका अधिकारी हूंगा?
उत्पत्ति 15: 9 में –
यहोवा ने उससे कहा, मेरे लिये तीन वर्ष की एक कलोर, और तीन वर्ष की एक बकरी, और तीन
वर्ष का एक मेंढ़ा, और एक पिण्डुक और कबूतर का एक बच्चा ले।
और इन सभों को ले कर,
उसने बीच में से दो टुकड़े कर दिया, और टुकड़ों को आम्हने-साम्हने रखा: पर चिडिय़ाओं
को उसने टुकड़े न किया।
और जब मांसाहारी पक्षी
लोथों पर झपटे, तब अब्राम ने उन्हें उड़ा दिया।
जब सूर्य अस्त होने लगा,
तब अब्राम को भारी नींद आई; और देखो, अत्यन्त भय और अन्धकार ने उसे छा लिया।
उत्पत्ति 15: 13 में
- तब यहोवा ने अब्राम से कहा, यह निश्चय जान कि तेरे वंश पराए देश में परदेशी हो कर
रहेंगे, और उसके देश के लोगों के दास हो जाएंगे; और वे उन को चार सौ वर्ष लों दु:ख
देंगे;
फिर जिस देश के वे दास
होंगे उसको मैं दण्ड दूंगा: और उसके पश्चात वे बड़ा धन वहां से ले कर निकल आएंगे।
जब अब्राम ने परमेश्वर
को बलिदान चढ़ाया, तो उसने वह नहीं किया, जिस तरह से परमेश्वर ने उसकी अपेक्षा की थी।
इसलिए, हम देखते हैं कि परमेश्वर ने अपने वंशजों को चार सौ वर्षों के लिए बंधन में
डाल दिया।
अगर हम खुद को पूरी तरह
से परमेश्वर के लिए पेश नहीं करते हैं, तो अत्यन्त भय और
अन्धकार ने उसे छा लिया और वह हमें बंधन के रूप में मांस और दुश्मन को देगा। इसलिए,
अगर हम खुद को पूरी तरह से प्रभु की दासी
के रूप में अर्पित करते हैं तो वह हमें आशीर्वाद देगा।
परमेश्वर ने अब्राम को
अपना वचन देने के बाद, क्योंकि सारै ने अपना धैर्य खो दिया था, उसने अपने लौंडी हाजिरा को अब्राम की पत्नी के रूप में दे दिया। इसलिए, इस
कारण से इश्माएल हाजिरा से पैदा हुआ था।
एक बार जब हाजिरा गर्भवती हुई, तो वह अपनी स्वामिनी
सारै को तुच्छ समझने लगी । हम परमेश्वर के वचन में पढ़ते हैं कि इसके कारण सारै
हाजिरा को दु:ख देने लगी । इसलिए हाजिरा उससे (सारै) भाग गई ।
तब यहोवा के दूत ने कहा
- हे सारै की लौंडी हाजिरा, तू कहां से आती और कहां को
जाती है? उसने कहा, मैं अपनी स्वामिनी सारै के साम्हने
से भाग आई हूं।
यहोवा के दूत ने उससे
कहा, अपनी स्वामिनी के पास लौट जा और उसके वश में रह।
उत्पत्ति 16: 10 - 12
में - और यहोवा के दूत ने उससे कहा, मैं तेरे वंश को बहुत बढ़ाऊंगा, यहां तक कि बहुतायत
के कारण उसकी गणना न हो सकेगी।
और यहोवा के दूत ने उससे
कहा, देख तू गर्भवती है, और पुत्र जनेगी, सो उसका नाम इश्माएल रखना; क्योंकि यहोवा
ने तेरे दु:ख का हाल सुन लिया है।
और वह मनुष्य बनैले गदहे
के समान होगा उसका हाथ सबके विरुद्ध उठेगा, और सब के हाथ उसके विरुद्ध उठेंगे; और वह
अपने सब भाई बन्धुओं के मध्य में बसा रहेगा।
तब उसने यहोवा का नाम
जिसने उससे बातें की थीं, अत्ताएलरोई रखकर कहा कि, क्या मैं यहां भी उसको जाते हुए
देखने पाई जो मेरा देखनेहारा है?
इस कारण उस कुएं का नाम
लहैरोई कुआं पड़ा; वह तो कादेश और बेरेद के बीच में है।
इसलिए कुएं को लहैरोई
कुआं कहा जाता था; परमेश्वर हमें अब्राम के माध्यम से इन चीजों को स्पष्ट रूप से दिखा
रहा है, हाजिरा कहते हैं कि आप ईश्वर हैं जो मेरा देखनेहारा है, और उस स्थान पर एक
कुआँ, जिसे लहैरोई कहा जाता है, जिसका आध्यात्मिक अर्थ है परमेश्वर ने हमारे विश्वास
की नींव में चलने और रह ने उन लोगों के लिए एक पिता के रूप में
एक संकेत रखा हैl
ऐसा इसलिए है क्योंकि
परमेश्वर हमें अब्राम की लौंडी हाजिरा दिखा रहे हैं कि परमेश्वर का अनुसरण करने के
बाद भी, अगर हम शारीरिक रूप से कर्म करेंगे तो हमारा बेटा इश्माएल होगा और उसी घर में
अब्राम की पत्नी सारै का मतलब एक स्वतंत्र महिला से है जिसे परमेश्वर हमें यरूशलेम
के तुल्य
में दिखा रहे हैं। जब ये दोनों कर्म मनुष्य के भीतर प्रकट होते हैं तो शुरू से ही मांस
आत्मा के खिलाफ लड़ता है और आत्मा मांस के खिलाफ लड़ती है।
ऐसा इसलिए है क्योंकि
यरूशलेम स्वतंत्र है और वह जिस बच्चे को पालती है वह इसहाक है। यह वादा किया गया पीढ़ी
है जिसे परमेश्वर हमें एक संकेत के साथ दिखाता है।
यही कारण है कि परमेश्वर
के शब्दों में, हम देखते हैं कि सारै हाजिरा को दु:ख देने
लगी। इसका कारण यह है कि एक बार जब हाजिरा गर्भवती हुई, तो वह अपनी स्वामिनी सारै को
तुच्छ समझने लगी, इसलिए अब्राम सारै से कहा, देख तेरी लौंडी तेरे वश में है जैसा तुझे
भला लगे वैसा ही उसके साथ कर। हाजिरा उसके साम्हने से भाग गई ।
इस प्रकार ईश्वर हमारे
मन के विचारों में मांसल विचारों को हटा देता है। लेकिन जब प्रभु के दूत ने हाजिरा
को भागते हुए देखा, क्योंकि वह गर्भवती थी उसने उसे अपनी मालकिन के पास वापस जाने और
खुद को उसके हाथ में सौंपने के लिए कहा। फिर उसी घर में इश्माएल का जन्म हुआ। यह हमारे
प्रत्येक जीवन में आध्यात्मिक जीवन की शुरुआत है। यहोवा के दूत ने उसे दूसरी बार घर
में भेजने का कारण यह बताया कि हमें इश्माएल के पूर्ण विकास के संकेत के रूप में दिखाया
गया है जो अब के पुत्र के रूप में खतना करता है।
परमेश्वर
यह स्पष्ट रूप से दिखा रहा है ताकि हमें भी अपने मन में मांस की खतना से गुजरना चाहिए
और परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करना चाहिए।
आइए हम प्रार्थना करें।
प्रभु आप सभी का भला करें।
-
कल भी जारी रहना है