बाबुल के कर्मों को बदलना

Sis. बी. क्रिस्टोफर वासिनी
May 03, 2020

 

मसीह में मेरे प्रिय भाइयों और बहनों, हमारे भीतर मसीह के राज्य के निर्माण के बजाय हम अपनी आत्माओं में महान शहर बाबुल का निर्माण कर रहे हैं। तो हमारे परमेश्वर कहते हैं

जकर्याह 2: 6 – 9 में - यहोवा की यह वाणी है, देखो, सुनो उत्तर के देश में से भाग जाओ, क्योंकि मैं ने तुम को आकाश की चारों वायुओं के समान तितर बितर किया है।

हे बाबुल वाली जाति के संग रहने वाली, सिय्योन को बच कर निकल भाग!

क्योंकि सेनाओं का यहोवा यों कहता है, उस तेज के प्रगट होने के बाद उसने मुझे उन जातियों के पास भेजा है जो तुम्हें लूटती थीं, क्योंकि जो तुम को छूता है, वह मेरी आंख की पुतली ही को छूता है

देखो, मैं अपना हाथ उन पर उठाऊंगा, तब वे उन्हीं से लूटे जाएंगे जो उनके दास हुए थे। तब तुम जानोगे कि सेनाओं के यहोवा ने मुझे भेजा है।

उत्पत्ति 11: 1, 2 - सारी पृथ्वी पर एक ही भाषा, और एक ही बोली थी। उस समय लोग पूर्व की और चलते चलते शिनार देश में एक मैदान पाकर उस में बस गए।

शिनार की उस भूमि में, बाबुल का महान शहर मौजूद था। उस जगह में उन्होंने एक बड़ा गुम्मट बनाने का सोचा और निर्णय लिया। उस स्थान पर केवल परमेश्वर ने ही मनुष्य के विचारों को महसूस किया जिसने उनकी भाषा में बड़ी गड़बड़ी डालें   और सारी पृथ्वी के ऊपर फैला दिया l

लेकिन उन लोगों को एक साथ लाने के लिए जो परमेश्वर फैला हुए थे, कह रहे हैं कि उत्तर की भूमि से ऊपर आओ और भाग जाओ।

जकर्याह 2: 1 - 5 में - फिर मैं ने आंखें उठाईं तो क्या देखा, कि हाथ में नापने की डोरी लिए हुए एक पुरूष है।

 तब मैं ने उस से पूछा, तू कहां जाता है? उसने मुझ से कहा, यरूशलेम को नापने जाता हूं कि देखूं उसकी चौड़ाई कितनी, और लम्बाई कितनी है।

तब मैं ने क्या देखा, कि जो दूत मुझ से बातें करता था वह चला गया, और दूसरा दूत उस से मिलने के लिये आकर,

उस से कहता है, दौड़ कर उस जवान से कह, यरूशलेम मनुष्यों और घरैलू पशुओं की बहुतायत के मारे शहरपनाह के बाहर बाहर भी बसेगी।

और यहोवा की यह वाणी है, कि मैं आप उसके चारों ओर आग की से शहरपनाह ठहरूंगा, और उसके बीच में तेजोमय हो कर दिखाई दूंगा॥

हाथ में नापने की डोरी लिए हुए एक पुरूष हमारे परमेश्वर यीशु मसीह हैंl

प्रकाशित वाक्य 11: 1, 2 - और मुझे लग्गी के समान एक सरकंडा दिया गया, और किसी ने कहा; उठ, परमेश्वर के मन्दिर और वेदी, और उस में भजन करने वालों को नाप ले।

और मन्दिर के बाहर का आंगन छोड़ दे; उस मत नाप, क्योंकि वह अन्यजातियों को दिया गया है, और वे पवित्र नगर को बयालीस महीने तक रौंदेंगी। (साढ़े 3 साल)

रमेश्‍वर ने अपने पुत्र यीशु मसीह को इस संसार में भेजा ताकि बिखरे हुए लोगों को इकट्ठा किया जा सके। वह इस दुनिया में आया और उसने साढ़े 3 साल तक सुसमाचार का प्रचार किया।

प्रकाशित वाक्य 14: 6 - 8 - फिर मैं ने एक और स्वर्गदूत को आकाश के बीच में उड़ते हुए देखा जिस के पास पृथ्वी पर के रहने वालों की हर एक जाति, और कुल, और भाषा, और लोगों को सुनाने के लिये सनातन सुसमाचार था।

और उस ने बड़े शब्द से कहा; परमेश्वर से डरो; और उस की महिमा करो; क्योंकि उसके न्याय करने का समय आ पहुंचा है, और उसका भजन करो, जिस ने स्वर्ग और पृथ्वी और समुद्र और जल के सोते बनाए॥

फिर इस के बाद एक और दूसरा स्वर्गदूत यह कहता हुआ आया, कि गिर पड़ा, वह बड़ा बाबुल गिर पड़ा जिस ने अपने व्यभिचार की कोपमय मदिरा सारी जातियों को पिलाई है॥

हमारे परमेश्‍वर यीशु मसीह सभी जातियों, सभी जनजातियों, सभी लोगों और सभी भाषाओं को एक झुंड और एक चरवाहे के रूप में इकट्ठा करने के लिए इस दुनिया में आए थे।

कई यहूदियों ने देखा कि हमारे परमेश्‍वर यीशु मसीह ने कई चमत्कार किए, लाजर को मरे हुओं में से ज़िंदा किया और उस पर विश्वास किया।

यूहन्ना 11: 47 - इस पर महायाजकों और फरीसियों ने मुख्य सभा के लोगों को इकट्ठा करके कहा, हम करते क्या हैं? यह मनुष्य तो बहुत चिन्ह दिखाता है।

यदि हम उसे यों ही छोड़ दे, तो सब उस पर विश्वास ले आएंगे और रोमी आकर हमारी जगह और जाति दोनों पर अधिकार कर लेंगे।

तब उन में से काइफा नाम एक व्यक्ति ने जो उस वर्ष का महायाजक था, उन से कहा, तुम कुछ नहीं जानते।

और न यह सोचते हो, कि तुम्हारे लिये यह भला है, कि हमारे लोगों के लिये एक मनुष्य मरे, और न यह, कि सारी जाति नाश हो।

यह बात उस ने अपनी ओर से न कही, परन्तु उस वर्ष का महायाजक होकर भविष्यद्वणी की, कि यीशु उस जाति के लिये मरेगा।

और न केवल उस जाति के लिये, वरन इसलिये भी, कि परमेश्वर की तित्तर बित्तर सन्तानों को एक कर दे।

आइए प्रार्थना करते हैं।

 

-    कल भी जारी रहना है