हमारे प्रभु यीशु मसीह के अनमोल नाम की जय

2 इतिहास 15: 2

और वह आसा से भेंट करने निकला, और उस से कहा, हे आसा, और हे सारे यहूदा और बिन्यामीन मेरी सुनो, जब तक तुम यहोवा के संग रहोगे तब तक वह तुम्हारे संग रहेगा; और यदि तुम उसकी खोज में लगे रहो, तब तो वह तुम से मिला करेगा, परन्तु यदि तुम उसको त्याग दोगे तो वह भी तुम को त्याग देगा।

हमारे प्रभु यीशु मसीह की कृपा आप सब के साथ हो। आमीनl

हल्लिलूय्याह

प्रभु हमें, दुल्हिन, चर्च को न तो छोड़ेगा और न त्यागेगा।

मसीह में मेरे प्यारे भाइयों और बहनों, बाइबल के उस हिस्से में जिस पर हमने पिछले दिनों ध्यान किया था, हमने ध्यान दिया कि हमारी आत्मा, दुल्हन, चर्च को परमेश्वर के चर्च के रूप में प्रकट होना चाहिए।

आगे हम जिस पर ध्यान कर रहे हैं वह यह है कि 1 इतिहास 28: 19 -21 में मैं ने यहोवा की शक्ति से जो मुझ को मिली, यह सब कुछ बूझ कर लिख दिया है।

फिर दाऊद ने अपने पुत्र सुलैमान से कहा, हियाव बान्ध और दृढ़ हो कर इस काम में लग जा। मत डर, और तेरा मन कच्चा न हो, क्योंकि यहोवा परमेश्वर जो मेरा परमेश्वर है, वह तेरे संग है; और जब तक यहोवा के भवन में जितना काम करना हो वह न हो चुके, तब तक वह न तो तुझे धोखा देगा और न तुझे त्यागेगा।

और देख परमेश्वर के भवन के सब काम के लिये याजकों और लेवियों के दल ठहराए गए हैं, और सब प्रकार की सेवा के लिये सब प्रकार के काम प्रसन्नता से करने वाले बुद्धिमान पुरुष भी तेरा साथ देंगे; और हाकिम और सारी प्रजा के लोग भी जो कुछ तू कहेगा वही करेंगे।

ऊपर के वचनों में, जब राजा दाऊद ने अपने पुत्र सुलैमान को कलीसिया की सारी योजनाएँ दीं, जो प्रभु के हाथ से लिखी गईं और दी गईं और उसे बताई गईं, तब दाऊद ने उसे जो बातें बताईं हियाव बान्ध और दृढ़ हो कर इस काम में लग जा। मत डर, और तेरा मन कच्चा न हो, क्योंकि यहोवा परमेश्वर जो मेरा परमेश्वर है, वह तेरे संग है; और जब तक यहोवा के भवन में जितना काम करना हो वह न हो चुके, तब तक वह न तो तुझे धोखा देगा और न तुझे त्यागेगा। और देख परमेश्वर के भवन के सब काम के लिये याजकों और लेवियों के दल ठहराए गए हैं, और सब प्रकार की सेवा के लिये सब प्रकार के काम प्रसन्नता से करने वाले बुद्धिमान पुरुष भी तेरा साथ देंगे; और हाकिम और सारी प्रजा के लोग भी जो कुछ तू कहेगा वही करेंगे।

मेरे प्यारे लोगों, जब हम अपने भीतर प्रभु के उपर्युक्त वचनों का पालन करते हैं तो मसीह का पुनरुत्थान होना चाहिए। तभी हम उसका चर्च बन रहे हैं। जब हम उसके लहू के द्वारा उसके साथ नई वाचा लेते हैं, तब हमारे भीतर मसीह प्रकट होगा। जब इस प्रकार के काम होंगे, तब हमारा परमेश्वर सदा हमारे संग रहेगा, और वह हमें कभी न छोड़ेगा, और न उन लोगों को जो याजकों और लेवियों के रूप में बदल गए हैं, और उन सभी लोगों को जो अपनी इच्छा से आते हैं, त्याग नहीं करेगा जो अभिषिक्‍त हैं और यहोवा के वचनों को सुनते हैं, वे सदा यहोवा के पास रहेंगे, और वह इस बात को प्रगट करता है। इसलिए, अगर हम हमेशा यहोवा के साथ रहेंगे, तो यहोवा भी हमारे साथ रहेगा। इस तरह, आइए हम हमेशा प्रभु के साथ रहने के लिए खुद को पूरी तरह से समर्पित कर दें।

आइए प्रार्थना करते हैं। प्रभु आप सब पर भरपूर कृपा करें।

कल भी जारी