हमारे प्रभु यीशु मसीह के अनमोल नाम की जय

भजन संहिता 51: 17

टूटा मन परमेश्वर के योग्य बलिदान है; हे परमेश्वर, तू टूटे और पिसे हुए मन को तुच्छ नहीं जानता॥

हमारे प्रभु यीशु मसीह की कृपा आप सब के साथ हो। आमीनl

हल्लिलूय्याह

हमें, दुल्हन, चर्च को, परमेश्वर की स्तुति करनी चाहिए और उसकी महिमा करनी चाहिए।

मसीह में मेरे प्यारे भाइयों और बहनों, बाइबल के उस हिस्से में जिस पर हमने पिछले दिनों ध्यान किया था, हमने ध्यान दिया कि हम, दुल्हन, चर्च, को आनन्द से यहोवा की आराधना करनी चाहिए। 

आगे हम जिस पर ध्यान कर रहे हैं, वह यह पद है कि 1 इतिहास 16: 1 - 5 तब परमेश्वर का सन्दूक ले आकर उस तम्बू में रखा गया जो दाऊद ने उसके लिये खड़ा कराया था; और परमेश्वर के साम्हने होमबलि और मेलबलि चढ़ाए गए।

जब दाऊद होमबलि और मेलबलि चढ़ा जूका, तब उसने यहोवा के नाम से प्रजा को आशीर्वाद दिया।

और उसने क्या पुरुष, क्या स्त्री, सब इस्राएलियों को एक एक रोटी और एक एक टुकड़ा मांस और किशमिश की एक एक टिकिया बंटवा दी।

तब उसने कई लेवियों को इसलिये ठहरा दिया, कि यहोवा के सन्दूक के साम्हने सेवा टहल किया करें, और इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की चर्चा और उसका धन्यवाद और स्तुति किया करें।

उनका मुखिया तो आसाप था, और उसके नीचे जकर्याह था, फिर यीएल, शमीरामोत, यहीएल, मत्तित्याह, एलीआब बनायाह, ओबेदेदोम और यीएल थे; ये तो सारंगियां और वीणाएं लिये हुए थे, और आसाप झांझ पर राग बजाता था। उपर्युक्त छंदों में, इस्राएल के पुत्र परमेश्वर का सन्दूक ले आकर उस तम्बू में रखा गया जो दाऊद ने उसके लिये खड़ा कराया था; और परमेश्वर के साम्हने होमबलि और मेलबलि चढ़ाए गए। जब दाऊद होमबलि और मेलबलि चढ़ा जूका, तब उसने यहोवा के नाम से प्रजा को आशीर्वाद दिया। और उसने क्या पुरुष, क्या स्त्री, सब इस्राएलियों को एक एक रोटी और एक एक टुकड़ा मांस और किशमिश की एक एक टिकिया बंटवा दी। तब उसने कई लेवियों को इसलिये ठहरा दिया, कि यहोवा के सन्दूक के साम्हने सेवा टहल किया करें, और इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की चर्चा और उसका धन्यवाद और स्तुति किया करें।

मेरे प्यारे लोगों, ऊपर दिए गए श्लोकों में जो कहा गया है, उसके अनुसार हमें प्रभु की उपस्थिति में मसीह के द्वारा भय के साथ प्रभु की आराधना करनी चाहिए। जब हम इस तरह से परमेश्वर की पूजा करते हैं, तो प्रत्येक को पूरी तरह से (आत्मा, आत्मा, शरीर) को विनम्र करना चाहिए और (हमारे पाप, अधर्म, अपराध के लिए हमारी आत्मा को तोड़ना चाहिए) और हमें खुद को परमेश्वर की उपस्थिति में प्रस्तुत करना चाहिए। जो लोग इस तरह से खुद को प्रस्तुत करते हैं, परमेश्वर उन्हें आशीर्वाद देंगे और उनके लिए अनंत जीवन प्राप्त करने के लिए परमेश्वर अनुग्रह देंगे और ताकि वे अधिक से अधिक परमेश्वर की महिमा करें, वह हमारी आत्मा को तैयार करता है। इस प्रकार, हमें भी प्रभु की स्तुति करने के लिए स्वयं को समर्पित करना चाहिए।

आइए प्रार्थना करते हैं। प्रभु आप सब पर भरपूर कृपा करें।

कल भी जारी